मेरा
ब्लॉग उन सब लोगो के जख्म हरे कर देता है जो किसी ख़ास से चोट खा के बैठे है, ये
दर्द कलम से निकला है हर उस लम्हे में जब मुझे किसी बात से आघात पंहुचा, या कोई
पुरानी बात याद आई, आशा है आपको ब्लॉग पसंद आएगा, आप सभी से मेरा अनुरोध है की
निसंकोच अपने विचारो से कमेन्ट के माध्यम से मुझे अवगत कराये............................................धन्यवाद
भारतीय लोकत्रंत्र ..........
सब कहते है इस देश में
रहने वाले समान है.............?
किन्तु एक बात समझ में नहीं , जब सब एक है तो
.....
सबके लिए एक ही कानून क्यों नहीं .....?
... सबके लिए एक सी
विचारधारा क्यों नहीं....?
सबके लिए एक सी कार्य प्रणाली क्यों नहीं...?
सबको
एक सा अधिकार क्यों नहीं .............?
ये देश की विडंबना नहीं तो क्या
...
सरकार ही भेदभाव बढाती और बाद में उसे
साप्रदायिकता का नाम दे
देती..........................