Monday 2 January 2017

दुनिया का सबसे खुशहाल इंसान बनने का फॉमूला

आपको एक ऐसे इंसान से मिलवाने जा रहा है, जो दुनिया का इकलौता सबसे खुशहाल इंसान है। जो आखिरी बार 1991 में दुखी हुआ था। जिसकी खुशी से हैरान होकर अमेरिकन यूनिवर्सिटी ने खुशी का कारण जानने के लिए 12 साल तक रिसर्च किया हो.. वो भी दिमाग में 256 सेंसर लगाकर। और इन सबके बाद जिसे खुद यूनाईटेड नेशन (UN) ने धरती का सबसे खुशहाल इंसान माना हो। जिसने 45 साल में खुशी को अपनी आदत बना लिया हो।
मैथ्यू के मुताबिक, 'उनके हमेशा खुश रहने के पीछे का क्या राज है ये जानने के लिए अमेरिकन की नंबर 1 साइंटिफिक यूनिवर्सिटी विसकॉन्सिन के साइंटिस्ट से मेरे दिमाग पर 12 साल रिसर्च किया।'
- 'इस दौरान मेरे सिर पर 256 सेंसर लगाकर बुरी से बुरी परिस्थितियों में दिमाग के अंदर क्या चल रहा है.. कैसे काम कर रहा है.. इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की।'
- 'इस रिसर्च में मेरे अंदर एक गामा तरंग पाई गई। ये तरंग दुनिया में बहुत कम लोगों में डेवलप होती है। इसका काम हर कंडीशन में खुशी के लेवल को बढ़ाना होता है। इस तरंग को मैंने खुद डेवलप किया था।'


 सुबह उठते ही पीले रंग की किसी आकृति को 1 से 2 मिनट तक आंखें बड़ी करके लगातार देखें।

- फिर आंख को 30 सेकंड बंद करके दोबारा खोलें। अब आप रूटीन वर्क स्टार्ट सकते हैं। 
- संभव हो तो ऐसा सुबह के उगते सूरज की तरफ देखकर करें।
इससे कैसे खुशी मिलेगी:

- न्यूरो साइंस में पीला रंग खुशी और उम्मीद को रिफ्लेक्ट करता है। 
- ऐसे में सोकर उठते ही इंसान के दिमाग में मौजूद हैप्पीनेस का केमिकल एक्टिव हो जाएगा। अगले कुछ घंटे दिमाग खुश रहेगा।
- इसी साइंटिफिक कारण के चलते स्माइली के इमोजी का कलर पीला रखा गया है।
- बता दें, इंसान के दिमाग में हैप्पीनेस के 4 केमिकल होते हैं। इनका शॉर्ट फॉर्म DOSE है।



कब करें: सुबह उठने से सोने तक हर घंटे

तरीका:

- अपनी जगह पर खड़े होकर पहले हाथ ऊपर करें। 10 सेकंड के लिए बॉडी को स्ट्रेच करते हुए अपने किसी सोशल अचीवमेंट के बारे में
सोचे। नोट करें।
- मैथ्यू के सजेशन से गूगल ने इस एक्सरसाइज को अपने इम्प्लॉइज के मैनुअल में शामिल किया।
इससे कैसे खुशी मिलेगी:

- हाथ ऊपर पर बॉडी को स्ट्रेच करने से हमारी मांसपेशियां रिलेक्स मोड में चली जाती हैं।
- दिमाग इसे रीड करके फीलिंग कैमिकल्स को नॉर्मल कंडीशन में ले आता है।
- ऐसे में सोशल अचीवमेंट के बारे में सोचने पर खुशी-प्राइड केमिकल्स एक्टिव हो जाते हैं।






कब: जब भी खुश होना चाहें
तरीका:

- वर्किंग प्लेस या घर में अपने डियर वन की मुस्कुराती तस्वीर जरूर लगाएं।
- जब आप टेंशन फील करें या एनर्जी लेवल लो लगे तो इस तस्वीर को 1 मिनट तक लगातार देखें।
- ध्यान रहे इस दौरान दिमाग में और कुछ ना चले। सिर्फ तस्वीर पर फोकस हो।
- तस्वीर ना हो तो रोड़ पर चलती गाड़ियों या खिड़की के बाहर गार्डन की घांस को भी देख सकते हैं।
इससे कैसे खुशी मिलेगी:

- लगातार 1 मिनट तक देखने पर दिमाग फ्लैश बैक में चला जाता है।
- रिसर्च के मुताबिक, इससे दिमाग में उस डियर वन से जुड़ी पॉजिटिव याद रिकॉल होती है। 1 मिनट तक देखने से ये यादें स्ट्रेस
रिलीज करके खुशी केमिकल को ब्रेन में फैला देता है।
- बता दें, एक स्वस्थ इंसान के दिमाग में सबसे पहले एक्टिव होने वाला केमिकल हैप्पीनेस का ही होता है।




कब करें:डिप्रेशन फील होने या जब अनुमान के मुताबिक परिणाम न मिले

तरीका:



- जैसे नॉर्मल खाते हैं वैसे खाएं।
इससे कैसे खुशी मिलेगी:

- चॉकलेट और अखरोट में polyphenols केमिकल होता है।
- ये बॉडी में जाकर दिमाग के हैप्पीनेस पार्ट को एक्टिव करने का काम करते हैं। 
- डार्क चॉकलेट खाने पर इसका असर और बढ़ जाता है।









कब करें:हर घंटे या जब नर्वस फील करें
तरीका:
- हंसी ना भी आए तो मुंह खोलकर हंसे।
इससे कैसे खुशी मिलेगी:

- जब मुंह खोलते हैं तो दिमाग के आगे की तरफ वाली हैप्पीनेस नसें पर जोर पड़ता है।
- इससे इनमें खिंचाव आता है। और एक्चुअल साइज से ज्यादा फैल कर कैमिकल स्प्रेड करती हैं।
- जो कुछ देर के लिए हैप्पीनेस लेवल बढ़ाता है।